मिज़ाज-ए-इश्क
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Tuesday, May 19, 2015
ख्वाब की ताबीर
यहाँ हर किसी का एक अपना ख्वाब है,
किस ख्वाब की ताबीर हो,
अब तो नींद से जाग जाओ यारों.
.... अनिल कुमार 'अलीन'…
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