मिज़ाज-ए-इश्क
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Tuesday, April 3, 2018
चाँद खफ़ा खफ़ा रहता है मुझसे
चाँद खफ़ा खफ़ा रहता है मुझसे
उसका गुरूर जो तुमने तोडा है।
एक-एक करके तारे भी रूठ गए
हमने नाता जो तुमसे जोड़ा है।
...अनिल कुमार 'अलीन'.....
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