Sunday, June 5, 2016

जुदा होके उनसे आज मैं ख़ुदा हो गया

जुदा होके उनसे आज मैं ख़ुदा हो गया।
था जो ज़र्रा , वो अब आफ़ताब  हो गया।
खिसकी जमी और मैं आसमाँ हो गया।
 हैरत है कि 'अलीन' क्या से क्या हो गया ?

                                    अनिल कुमार 'अलीन'
                  










(चित्र गूगल इमेज साभार)