अदब बादलों की
यह अदब है बादलों की, तुझे भिगोने की 'अलीन'
बरसती बूंदों से खुद को छुपाने की गुस्ताखी न कर।
............अनिल कुमार 'अलीन'.............
शराब ऐसी हो कि चढ़कर न उतरे ता-उम्र।
उतर जाए समय के साथ फिर वो शराब नहीं।
............अनिल कुमार 'अलीन'.............
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